वो परेशान है
जो भूत हो गया
वो शुद्ध हो गया
जो भविष्य में है
वो भाग्यवान है
कोई शस्त्र ना उठा
कोई अस्त्र ना चला
सोच कर बात कर
ये सब मौत का सामान है
सांस बंद हो गई
नब्ज़ भी थम गई
असमय मृत्यु
सृष्टि का अपमान है
ना सुनाई दिया
ना दिखाई दिया
ऐसे दुश्मन पर अटकी
क्यों तेरी जान है
युद्ध के अंत से
जो वाकिफ ना हो
विश्व में क्या ऐसा
कोई इंसान है
जो खत्म हो गया
वह भस्म हो गया
बीती बातों का किस्सा
हजम हो गया
सब हंस कर रहे
सब मिल कर चले
शांति ही सुख का परिधान है
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