तन्हाई कितनी गहरी है दिल में उतर के देखें ।
मुट्ठी भर आसमान है हमारे तुम्हारे सामने ,
चलो दम हैं तो वहां जाकर हम चढ़ के देखें ।
मानता हूं हवाओं पर जोर चलेगा न हमारा ,
पर फिक्र किसे लगता है हवाओं से झगड़ के देखें ।
कौन संभालेगा तुझे इस भरी महफिल में ,
तुमने क्यों सोचा कि यहां थोड़ा उखड़ के देखें ।
हर शाम यहां जाम आदमी की जरूरत हैं ,
हम पीते नही पर जिद है जाम पकड़ के देखें ।
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