Saturday, October 17, 2020

दिल की धड़कन शायरी

बढ़ रही है दिल की धड़कन आँधियों धीरे चलो
फिर कोई टूटे न दर्पन आँधियों धीरे चलो
- कुंवर बेचैन

दिल की धड़कन भी बड़ी चीज़ है तन्हाई में 
तेरी खोई हुई आवाज़ सुना करते हैं 
-शबनम नक़वी

इक डूबती धड़कन की सदा लोग न सुन लें 
कुछ देर को बजने दो ये शहनाई ज़रा और 
-आनिस मुईन

हम अपने दिल की धड़कन में एक तमन्ना लाए हैं 
तुझ से प्यार की बातें करने दूर कहीं से आए हैं 
-जाज़िब क़ुरैशी

दिल की धड़कन उलझ रही है ये कैसी सौग़ात ग़ज़ल की 
तार-ए-नफ़स पर उँगली रख दी छेड़ के तुम ने बात ग़ज़ल की 
-रख़शां हाशमी

कोई धड़कन कोई उलझन कोई बंधन माँगे 
हर-नफ़स अपनी कहानी में नया-पन माँगे 
-फ़रहत क़ादरी


हम अपने दिल की धड़कन में एक तमन्ना लाए हैं
तुझ से प्यार की बातें करने दूर कहीं से आए हैं
- जाज़िब क़ुरैशी

दिल की धड़कन सुनी तो वो बोले
ये खनकता सितार कैसा है
- पूजा भाटिया

दिल की धड़कन से लरज़ता है बदन
अपनी वहशत में खंडर बोलता है
- सैफ़ुद्दीन सैफ़

दिल का दिलबर जब से दिल की धड़कन होने वाला है 
सूना सूना मेरा आँगन गुलशन होने वाला है 
-सय्यद ज़िया अल्वी

धड़कन हो कर दिल से साज़िश करता हूँ
और फिर जीने की फ़रमाइश करता हूँ
- शोएब ज़मान

तेज़ होती जा रही है किस लिए धड़कन मिरी
हो रही है रफ़्ता रफ़्ता आँख भी रौशन मिरी
- ग़ज़नफ़र

यूँ जगा देती है दिल की धड़कन
उस के क़दमों की सदा हो जैसे
- नूर जहाँ सरवत

कोई धड़कन जैसा शख़्स अचानक छोड़े साथ
ग़ुस्सा कर लेना पर अपने दिल का नास नहीं
- हमीदा शाहीन

दिल की धड़कन बढ़ी है सुनने वालों की
किस ने ख़बर उड़ा दी हम कुछ बोलेंगे
- सदार आसिफ़

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