कुछ नये जज़्बात हैं और वही पुरानी मेरी स्याही
मैं और मेरी कलम अक्सर मिला करते है|
जिन्दगी की कुछ खूबसूरत यादों
और कुछ दर्द भरे पलों को पन्नो पर साझा करते हैं
खुशियों के उन अनमोल पलों को
संजोकर शब्दो में पन्नो पर सजाया करते हैं
मैं और मेरी कलम अक्सर मिला करते है|
मेरे बेखौफ़ विचारो को
और कुछ भीतर का डर पन्नो पर बयां करते हैं
संजोय हैं जो सपने मैंने
उन्हें पूरा करने का हौंसला मुझमे भरते है
मैं और मेरी कलम अक्सर मिला करते है|
जब कभी रातों को नींद मेरी आंखो का साथ छोड़ जायें
मेरी कलम ही है जो मेरा साथ निभाए
मेरे जज़्बात पन्नो को स्याही से बेखूब रंगते हैं
मैं और मेरी कलम अक्सर मिला करते है|
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