Monday, May 25, 2020

ईद शायरी

 
1. ईद का चांद तुम ने देख लिया, 
चांद की ईद हो गई होगी. 

2. देखा हिलाल-ए-ईद तो आया तेरा ख़याल, 
वो आसमां का चांद है तू मेरा चांद है. 

3. ईद ख़ुशियों का दिन सही लेकिन,
इक उदासी भी साथ लाती है,
ज़ख़्म उभरते हैं जाने कब कब केृ
जाने किस किस की याद आती है.

4. मिल के होती थी कभी ईद भी दीवाली भी, 
अब ये हालत है कि डर-डर के गले मिलते हैं. 

5. ईद आई तुम न आए क्या मज़ा है ईद का,
ईद ही तो नाम है इक दूसरे की दीद का.

6. बाकी दिनों का हिसाब रहने दो,
ये बताएं ईद पर मिलने आओगे ना.

7. ईद का दिन है गले आज तो मिल ले ज़ालिम,
रस्म-ए-दुनिया भी है मौक़ा भी है दस्तूर भी है.

8. महक उठी है फ़ज़ा पैरहन की ख़ुश्बू से,
चमन दिलों का खिलाने को ईद आई है,
दिलों में प्यार जगाने को ईद आई है,
हंसो कि हंसने-हंसाने को ईद आई है.

9. हसरत है आपका दीदार करें, 
आप आओ तो हम भी ईद करे.
10. बादल से बादल मिलते हैं तो बारिश होती है, 
दोस्‍त से दोस्‍त मिलता है तो ईद होती है.

11. देखा ईद का चांद तो मांगी ये दुआ रब से,
देदे तेरा साथ ईद का तोहफा समझ कर.

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