ख़ूबसूरत सा एहसास हो, मेरे लिए बहुत खास हो तुम
उषा की मंजुल लालिमा हो, भोर की मुस्कान हो तुम
सुरमई शाम की मदहोशी हो, पूनम का चाँद हो तुम
ख़्वाबों की उड़ान हो, एक अडिग विश्वास हो तुम
जीवन का आधार हो, अनकहा एतबार हो तुम
होंठों का तबस्सुम हो, चेहरे का मेरे नूर हो तुम
आँखों की शरारत हो, ख़ामोशी की ज़ुबान हो तुम
दिल की धड़कन हो, साँसों की महक हो तुम
प्रेम की सरगम हो, प्रीत का सुरीला राग हो तुम
जज़्बातों की बारिश हो, ग़ज़ल के अल्फ़ाज़ हो तुम
ज़िंदगी का साज़ हो, साज़ की मधुर आवाज़ हो तुम
उम्मीदों का गुलशन हो, उमंग भरी सौग़ात हो तुम
मन हर्षित जो कर दे, ख़्वाबों का श्रृंगार हो तुम
बाहों की स्नेहिल छुअन हो, सुकून देता अपनापन हो तुम
ज़िंदगी का सुरीला साज़ हो, रूह की आवाज़ हो तुम
इबादत में माँगी दुआ हो, ख़ुशियों का जहान हो तुम
ख़ुशनुमा कायनात हो, मेरे लिए बहुत खास हो तुम!
No comments:
Post a Comment