Tuesday, May 5, 2020

बेवजह ख़्वाब में तुम ना आया करो!

हर घड़ी ना मुझे आजमाया करो
रुठ जाऊं कभी ना मनाया करो
रात को जाग उठता हूं तन्हाई में
बेवजह ख़्वाब में तुम ना आया करो! 

No comments: