Friday, May 1, 2020

शायरों की कलम से बहे आंसू - शायरी

तुम्हारा नाम आया और हम तकने लगे रस्ता
तुम्हारी याद आई और खिड़की खोल दी हम ने
- मुनव्वर राना


किसी अकेली शाम की चुप में
गीत पुराने गा के देखो
- मुनीर नियाज़ी


गर कभी रोना ही पड़ जाए तो इतना रोना
आ के बरसात तिरे सामने तौबा कर ले
- मुनव्वर राना


इतनी सारी यादों के होते भी जब दिल में
वीरानी होती है तो हैरानी होती है
- अफ़ज़ल ख़ान

दिल की बर्बादियों का रोना क्या
ऐसे कितने ही वाक़िआत हुए
- साग़र निज़ामी


हर सम्त है वीरानी सी वीरानी का आलम
अब घर सा नज़र आने लगा है मिरा घर भी
- बिस्मिल आग़ाई

जवानी क्या हुई इक रात की कहानी हुई
बदन पुराना हुआ रूह भी पुरानी हुई
- उबैदुल्लाह अलीम


जो हंसना हंसाना होता है
रोने को छुपाना होता है
- अनवर मसूद

मुद्दतें हो गईं बिछड़े हुए तुम से लेकिन
आज तक दिल से मिरे याद तुम्हारी न गई
- अख़्तर शीरानी


कोई वीरानी सी वीरानी है
दश्त को देख के घर याद आया
- मिर्ज़ा ग़ालिब

2 comments:

Anshu Mittal said...

Very Nice!!
Visit more for Aansu Shayari
उन्हें हमसे छुटकारा मिल गया ,
मगर हमे उनके दिए अश्क़ों से नहीं।

Anshu Mittal said...

Very Nice Collection!!
Want to read my collection of Aansu Shayari
मेरे लहज़े से शराफत क्या झलकी ,
लोगों ने मुझे बड़े चैन से लूटा।