मैं और क्या कहूँ तुमसे,
समझ लेना जो नहीं कहा,
हर बात मैं क्यों कहूँ तुमसे,
कह कर बताया तो फिर क्या फायदा,
कुछ तो समझ जाओ तुम खुद से,
पूछो ज़रा निगाहों से अपनी,
क्या वो कुछ समझी या नहीं,
कुछ बात करो दिल से अपने,
सुनो वो क्या कहता है तुमसे,
कुछ तो वो भी बतला ही देगा तुम्हे,
समझ जाओगे तुम भी वह सब,
जो मैने कहा ही नहीं तुमसे,
मैं और क्या कहूँ तुमसे ।
No comments:
Post a Comment