Tuesday, June 6, 2023

दिल में तेरी याद की तहरीर मिटा न सका कभी

दिल में तेरी याद की तहरीर मिटा न सका कभी 

और दिल में जो बसी थी तेरी सूरत उसे मिटा न सका कभी


बेकरारी ऐसी कि दिल में तुझे ला के मैं हर रोज तेरे दीदार को तरसता रहा फिर भी तुझे भुला न सका कभी 
दिल में बस के बगैर बताए तुम अचानक नज़रों से दूर क्यूं हुए तेरे जाने पे गम ए जुदाई भुला न सका कभी 
सितम ये कि मेरे दिल में बस के मुझसे दूर हो गए मैं दर दर ठोकरें खाकर भी याद तेरी मिटा न सका कभी 
तड़पते दिल की तमन्ना पे ऐतबार कर अच्छा न किया मैंने करूं क्या वादा ए उल्फत तू निभा न सका कभी 

No comments: