Saturday, June 17, 2023

इस से पहले कि बिछड़ जाएँ हम, दो-क़दम और मिरे साथ चलो

इस से पहले कि बिछड़ जाएँ हम

दो-क़दम और मिरे साथ चलो 

अभी देखा नहीं जी-भर के तुम्हें 
अभी कुछ देर मिरे पास रहो 

मुझ सा फिर कोई न आएगा यहाँ 
रोक लो मुझ को अगर रोक सको 

यूँ न गुज़रेगी शब-ए-ग़म 'नासिर' 
उस की आँखों की कहानी छेड़ो 



Nasir Kazmi

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