सफ़र खत्म होते ही,
हमसफर भी दूर जायेंगे।
हर कदम साथ चलने वाले ,
फिर,जाने कहाँ खो जाएंगे।
दिल के किसी कोने में बस,
कुछ यादें,कुछ बातें,कुछ पल
बाकी रह जाएंगे।
अभी बाकी हैं जो पल,
उनको जी लो जी भरके,
फिर मिले या न मिलें,
दिल में बसाने वाले।
आशु तो कुछ भी नहीं आसूँ के सिवा, जाने क्यों लोग इसे पलकों पे बैठा लेते हैं।
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