सफलता मिल ही जायेगी
इसी होड़ में।
गर्दिश में हो तारे अगर तेरे,
रुकना नहीं चलते रहो
सफलता की दौड़ में।
होती मैं ये,
वो छोड़ो इसे,
रुको नहीं चलते रहो बिना रुके।
थकते नहीं सूरज,
चांद बारम्बार निकल के,
रुको नहीं बढ़ते रहो
सफलता की दौड़ में।
है अगर अंधेरा जग में,
दूर होगा अंधेरा रौशन सवेरे से,
है करो अगर परिश्रम जीवन में,
कदम चूमेगी सफलता जरूर से।
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