Wednesday, March 11, 2020

जो तुम नहीं तो सफ़र में तुम्हारा प्यार चले!

अगर सफ़र में मिरे साथ मेरा यार चले 
तवाफ़ करता हुआ मौसम-ए-बहार चले

यही तो एक तमन्ना है इस मुसाफ़िर की 
जो तुम नहीं तो सफ़र में तुम्हारा प्यार चले! 

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