मत देखो इतने ख्वाब, टूट कर बिखर जाओगे,
बिखरोगे कुछ इस तरह से, के फिर कभी सिमट ना पाओगे,
ना कोई रास्ता रहेगा, ना कोई मंज़िल,
होंगी सिर्फ तन्हाइयों की परछाइयां जिधर जाओगे,
दिल में दर्द होगा, आँखों में ग़म छलकेगा,
वो तुम्हारे पास तो होगा, पर तुम उससे छू भी ना पाओगे,
ये दर्द, ये दूरियां, तुम सारी दुनिया के साथ हो कर भी,
"पागल" दिल के साथ तन्हा ही रह जाओगे।
No comments:
Post a Comment