पंछी का चहकना,
फूलों का खिलना
दिलों का मिलना,
बादल का बरसना
हवाओं का विचरना,
प्रेम में पगना
मुख का हंसना,
फसलों का फलना
चूल्हों का जलना,
मुश्किल से लड़ना
नींद से जगना,
जीवन का आगाज़ है।
संघर्ष का आगाज़ है।
आशु तो कुछ भी नहीं आसूँ के सिवा, जाने क्यों लोग इसे पलकों पे बैठा लेते हैं।
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