मैं अपने इश्क़ में नाकाम होने वाला था़
- राना आमिर लियाक़त
हर लहज़ा उस के पांव की आहट पे कान रख
दरवाज़े तक जो आया है अंदर भी आएगा
- सलीम शाहिद
तेरे क़दमों की आहट को ये दिल है ढूंढ़ता हर दम
हर इक आवाज़ पर इक थरथराहट होती जाती है
- मीना कुमारी नाज़
बहुत पहले से उन क़दमों की आहट जान लेते हैं
तुझे ऐ ज़िंदगी हम दूर से पहचान लेते हैं
- फ़िराक़ गोरखपुरी
किसी आहट में आहट के सिवा कुछ भी नहीं अब
किसी सूरत में सूरत के सिवा क्या रह गया है
- इरफ़ान सत्तार
'अख़्तर' गुज़रते लम्हों की आहट पे यूं न चौंक
इस मातमी जुलूस में इक ज़िंदगी भी है
- अख़्तर होशियारपुरी
कोई दस्तक न कोई आहट थी
मुद्दतों वहम के शिकार थे हम
- पी पी श्रीवास्तव रिंद
अपनी आहट पे चौंकता हूं मैं
किस की दुनिया में आ गया हूं मैं
- नोमान शौक़
शाम ढले आहट की किरनें फूटी थीं
सूरज डूब के मेरे घर में निकला था
- ज़ेहरा निगाह
कोई दस्तक कोई आहट न सदा है कोई
दूर तक रूह में फैला हुआ सन्नाटा है
- वसीम मलिक
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