गर हो सके तो रिश्ता ये बरक़रार रखना,
मिलते हुए तो थोड़ा-सा दिल में प्यार रखना।
नफ़रत अगर हो दिल में तो भूल जाना उसको,
दिल में जो प्यार हो तो फिर बेशुमार रखना।
कुछ फूल भी हैं उनपे उनको गले लगा लो,
अच्छा नहीं है हरदम यूँ दिल में खार रखना।
दिल में अगर खुशी हो वो भी दिखे तो अच्छा,
आँखों में आँसुओं का मत इंतज़ार रखना।
कोई न फिर सुनेगा बातें तुम्हारी 'ऐ दोस्त',
बातों को सबके आगे मत बार-बार रखना।
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