माना की हमारे बिच बोहोत सी दूरियां हैं
लेकिन फिर भी तुम दिल के सबसे करीब हो
माना की रात की ख़ामोशी मुझे डरा देती है
लेकिन अगली सुबह की वो खिलती हुई धूप की तुम उम्मीद हो
माना की हमें कुछ मांगना नहीं आता है रब से
पर मेरी हर दुआ में कांपते हाथों की तुम लकीर हो
माना की हम कोई कलाकार तो नहीं हैं
पर मेरी कला की तुम खूबसूरत तस्वीर हो
तुम दिल के सबसे करीब हो....
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