Monday, May 22, 2023

हवा हो सबा हो गुज़र जाओगे तुम

हवा हो सबा हो गुज़र जाओगे तुम

ख़यालों में मेरे ठहर जाओगे तुम 

उतर जाओगे दिल की हर एक धुन में 
हसीं ख्वाब बन कर निखर जाओगे तुम 

लगेंगे हसीं गुल कई खिलखिलाने 
कि यादों का गुलदान भर जाओगे तुम 

चले कहकशाओं के रस्ते जो आओ 
गगन सारा फूलों से भर जाओगे तुम 

फ़क़त दीद से यह समां खिल उठेगा 
कलश मन का अमृत से भर जाओगे तुम 

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