Friday, May 26, 2023

चलना हमारा काम है

गति प्रबल पैरों में भरी

फिर क्यों रहूँ दर दर खड़ा

जब आज मेरे सामने

है रास्ता इतना पड़ा

जब तक न मंज़िल पा सकूँ

तब तक मुझे न विराम है

चलना हमारा काम है

~शिवमंगल सिंह सुमन

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