ना चाहते हुए भी
इस बार फिर से
मोहब्बत हो गई
और हद ये थी कि
इस बार फिर
तुम्ही ही से
हाँ ये बात जरूर है
इस बार पहले से सबकुछ
अलग सा था
हम ठीक उस किनारे
तक जा कर लौटे थे
जहाँ हमेशा के लिए
बिछड़ना तय था
इस बार हम दोनों
पिछली बार से
बिल्कुल अलग थे
दो अजनबी प्यार में हो
जैसे इस बार पहले
की तरह सपने नहीं थे
उम्मीदें नहीं थी
अपेक्षायें भी नहीं थी
बस दो लोग थे
जिन्हें हर हाल में
एक दूसरे का साथ
निभाना था, क्योंकि
वो प्यार में थे
ना जाने क्या था
जो लौटा लाया था हमें
अपरिभाषित सा
अपहचाना सा कुछ
बस कुछ था
और फिर से हम
प्रेम में थे
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