Thursday, May 11, 2023

ख़्वाब होते हैं देखने के लिए

इतने ख़ामोश भी रहा न करो 

ग़म जुदाई में यूँ किया न करो 

ख़्वाब होते हैं देखने के लिए 
उन में जा कर मगर रहा न करो 

कुछ न होगा गिला भी करने से 
ज़ालिमों से गिला किया न करो 

उन से निकलें हिकायतें शायद 
हर्फ़ लिख कर मिटा दिया न करो 

अपने रुत्बे का कुछ लिहाज़ 'मुनीर' 
यार सब को बना लिया न करो 

Muneer Niyazi

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