Friday, May 26, 2023

मुझ को मुझ से अभी जुदा न करो

मेरे दुख की कोई दवा न करो 

मुझ को मुझ से अभी जुदा न करो  

नाख़ुदा को ख़ुदा कहा है तो फिर  
डूब जाओ ख़ुदा ख़ुदा न करो  

ये सिखाया है दोस्ती ने हमें  
दोस्त बन कर कभी वफ़ा न करो  

इश्क़ है इश्क़ ये मज़ाक़ नहीं  
चंद लम्हों में फ़ैसला न करो  

आशिक़ी हो कि बंदगी 'फ़ाकिर'  
बे-दिली से तो इब्तिदा न करो  

Sudarshan Fakir

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