Monday, May 22, 2023

मुस्कराहट शायरी

हम ने सीने से लगाया, दिल न अपना बन सका,

मुस्कुरा कर तुमने देखा दिल तुम्हारा हो गया.

-जिगर मुरादाबादी

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मुस्कराहट है हुस्न का जेवर,

मुस्कुराना न भूल जाया करो.

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मेरे होठों पे मुस्कराहट है,

गरचे सीने में दाग रखता हूँ.

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दिलों में तल्खियां फिर भी नज़र में मुस्कराहट हो,

बला के हब्स में भी हो हवा ऐसा भी होता है.

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