Wednesday, January 18, 2023

तुम तान बनो मैं गीत बनूं

तुम तान बनो मैं गीत बनूं, सुर संगम से संगीत बनू,

संघर्षों में मैं जीत बनूं , प्रियतम तेरा मनमीत बनूं। 
इन आंखों की अभिलाषा में , उत्कंठों की परिभाषा में , 
जीवन की वृहद निराशा में , निजवाणी की मृदुभाषा में, 
तुम सुरमय गुंजित ताल बनो, गिरि सम गौरव भाल बनो, 
लघुता में क्षुद्र प्रपंचों की, तुम मेरा हृदय विशाल बनो।

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