Wednesday, January 11, 2023

बे-ख़ुदी में क्या कोई जाँ-निसार करता है

ज़ख्म काँटो के सहे जाते हैं फूलों के लिए,


बे-ख़ुदी में क्या कोई जाँ-निसार करता है। 

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