Sunday, January 8, 2023

वो तेरी यादें

न भूला हूँ मैं वो तेरी यादें 

तुझे पाने के लिए जो रब से की थी 
न भूला हूँ मैं वो फरियादें 

भीगी भीगी सी फिजा में 
शहर की गलियों में तुझसे मिलना 
इक वो समां न भूल पाया हूँ मैं 
न भूला हूँ मैं वो बरसातें 

तेरी गली के नुक्कड़ पर बैठ कर 
तेरी इक झलक पाने को बेताब रहना 
इक वो दिन न भूल पाया हूँ मैं 
न भूला हूँ मैं वो गलियारे 

घर से बहाने बना कर तेरा निकलना 
चांदनी रातों में आकर मुझसे मिलना 
इक वो वक्त न भूल पाया हूँ मैं 
न भूला हूँ मैं वो मुलाकातें 

इक तेरे शहर को न भूल पाया हूँ मैं 
न भूला हूँ मैं वो तेरी यादें | 

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