तुम्हें मालूम है मेरा हाल ए दिल
फिर भी पूछती हो हाल कैसा है ।।
उठा है हल्का सा दर्द सीने मैं ।
मुझे खुद पता नहीं मेरा हाल कैसा है ।।
एक चाह निकलती है दिल की गहराइयों से
जान लू तेरा मेरे लिए मिजाज कैसा है ।
न हो खास प्यार, मोहब्बत, इश्क, मुझ से ।
मुझे मालूम है तेरा स्वभाव कैसा है।।
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