इक रोज हमारी आहों का असर देखोगे।
यकीं है हमारी वफ़ाओं का असर देखोगे।।
रंग-ए-फ़िजा में बिखरी है तुम्हारी खुशबू।
इक रोज़ मुहब्बत के रंगों का असर देखोगे।।
प्यार सच्चा है अगर वक़्त भी रुक जाएगा।
इक रोज हमारी सदाओं का असर देखोगे।।
धड़केगा तुम्हारा दिल भी इक रोज हमारे लिए।
इक रोज हमारी दुआओं का असर देखोगे।।
घटाएं छाएंगी तुम बाहों में आ जाओगी।
उस रोज शोख फिजाओं का असर देखोगे।।
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