ज़रूरत हो अगर चार दियों की
तो चौबीस खरीद लेना
कुछ अपने लिए रख लेना
कुछ उस गरीब को दे देना
जो बैठा होगा ये आस लगाए
कि शायद उसके घर में भी रौशनी हो जाए
पकवानों का स्वाद शायद उसे भी मिल जाए
इस बार तुम भी उसे कुछ खुशी तोहफे में देना
वो रुई बेचने वाली दादी से
ज़रा ज्यादा रुई खरीद लेना
आपकी इस खरीद से मिली खुशी
उसके चेहरे पर पढ़ लेना
वो मिट्टी के ग्वाले बेचने वाली लड़की से
थोड़े और खिलौने खरीद लेना
उसकी आंखों के उन आंसुओं को
तुम बहने से रोक लेना
हम अपनी खुशियों का तो
पूरा खयाल रखते हैं
बस इस बार कुछ उदास चेहरों पर भी
खुशियों की रौशनी कर देना
सच कहती हूं कि मदद करने में
जो सुखद अनुभूति होती है
वो दुनिया की किसी चीज़ में नहीं होती
झूठ लगे मेरी बात, तो आजमा कर देख लेना।।
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