हंसना फिर भी मजबूरी है...
मेरा होना काफी नहीं यार,
मेरा होना भी जरूरी है....
हां ख्वाहिशें भी कुछ अधूरी हैं,
मगर मेरी मुझसे भी तो कितनी दूरी है...
हां औपचारिकताएं तो लगभग पूरी है,
मगर ये जज्बातों की कागज सारी कोरी है..
मेरा होना काफी नहीं यार,
मेरा होना भी जरूरी है....
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