Sunday, July 19, 2020

वक़्त क्या कहता है

वक़्त क्या कहता है।
आओ सुनाऊं तुम्हें की
वक़्त क्या कहता है।

वक़्त कहता है कि
मैं दिखाई तो नहीं देता
परंतु
दिखा बहुत कुछ जाऊंगा।
अपनापन तो हर कोई
दिखाएगा तुम्हें
परंतु
कौन अपना है ये मैं समझाऊंगा।।
क्योंकि
वक़्त कहता है कि
मैं पल पल में बदल जाऊंगा ।
क्यों बदलता हूं ये
मुझे भी नहीं पता
बस ये पता है कि
वक़्त नाम है मेरा....
और
मैं चाहूं तो
पल में अच्छा तो
पल में खराब भी हो जाऊंगा।
मैं हंसाऊंगा तो
पल में रुला भी जाऊंगा।।
क्योंकि
वक़्त कहता है कि
मैं पल पल में बदल जाऊंगा।
क्यों बदलता हूं ये
मुझे भी नहीं पता
बस ये पता है कि
वक़्त नाम है मेरा
और
मैं चाहूं तो
पल में राजा को भिखारी
तो
पल में भिखारी को राजा
कर जाऊंगा।
मैं रुकूंगा बिल्कुल नहीं
बस चलता ही जाऊंगा,
चलता ही जाऊंगा,
चलता ही जाऊंगा।।
क्योंकि
वक़्त कहता है कि
मैं पल पल में बदल जाऊंगा।
क्यों बदलता हूं ये
मुझे भी नहीं पता
बस ये पता है कि
वक़्त नाम है मेरा
और
मैं चाहूं तो
पल में महल खड़ा कर दूं
तो
पल में महल को ख़ाक
कर जाऊंगा।
बचपन को जवानी में बदलू
तो
पल में जवानी को बुढ़ापा
कर जाऊंगा।।
क्योंकि
वक़्त कहता है कि
मैं किसी के हाथ ना
आऊंगा।
भूलकर भी तुम कभी
किसी की परिस्थिति का
मजाक ना उड़ाना "दोस्तों"
क्योंकि
मैं साधारण से कोयले को भी
पल में हीरा कर जाऊंगा।
क्योंकि
वक़्त कहता है कि
मैं पल पल में बदल
जाऊंगा।
क्यों बदलता हूं ये
मुझे भी नहीं पता
बस ये पता है की
वक़्त नाम है मेरा
और
मैं कहता हूं की
जीना है तो आज
में जियो दोस्तों
क्योंकि
मैं कल कभी नहीं लाऊंगा।
क्योंकि
वक़्त नाम है मेरा
और
मैं फिर ना आऊंगा,
फिर ना आऊंगा,
फिर ना आऊंगा।।

No comments: