Friday, July 24, 2020

मैं चाँद को अपने आँगन में उतरने नहीं देता!!

रुसवाई का डर है या अंधेरों से मुहब्बत, खुदा जाने!!
(अब) मैं चाँद को अपने आँगन में उतरने नहीं देता!!

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