Friday, July 10, 2020

ठहरे हुए पानी की अदा तुम भी तो देखो

चुप-चाप सुलगता है दिया तुम भी तो देखो
किस दर्द को कहते हैं वफ़ा तुम भी तो देखो

किस तरह किनारों को है सीने से लगाए
ठहरे हुए पानी की अदा तुम भी तो देखो

बशर नवाज़

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