Tuesday, July 7, 2020

रूबरू उनसे मेरी मुलाकात हो गई ।

इस सावन एक अज़ीब बात हो गई
मेरे आंगन में खूब बरसात हो गई ।

उनको बरसों से सपनों में थे देखते
रूबरू उनसे मेरी मुलाकात हो गई ।

इस सावन एक अज़ीब बात हो गई
मेरे आंगन में खूब बरसात हो गई ।

दिल में जज्बातों का भरा था समंदर
शुक्र उनसे खुलकर मेरी बात हो गई ।

इस सावन एक अज़ीब बात हो गई
मेरे आंगन में खूब बरसात हो गई ।

उन्होंने भी दामन बढ़कर थाम लिया
जेठ की धूप में सुहानी रात हो गई।

इस सावन एक अज़ीब बात हो गई
मेरे आंगन में खूब बरसात हो गई ।

यकीं हो नहीं पा रहा, है कुछ नरेश
प्यार की यह कैसी सौगात हो गई ।

इस सावन एक अज़ीब बात हो गई
मेरे आंगन में खूब बरसात हो गई ।

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