आदमी मजबूर है और किस क़दर मजबूर है
- अहमद आमेठवी
आप की याद में रोऊं भी न मैं रातों को
हूं तो मजबूर मगर इतना भी मजबूर नहीं
- मंज़र लखनवी
तेरी मजबूरियां दुरुस्त मगर
तू ने वादा किया था याद तो कर
- नासिर काज़मी
इतना तो समझते थे हम भी उस की मजबूरी
इंतिज़ार था लेकिन दर खुला नहीं रक्खा
- भारत भूषण पन्त
कुछ तो मजबूरियाँ रही होंगी
यूं कोई बेवफ़ा नहीं होता
- बशीर बद्र
चलो हम भी वफ़ा से बाज़ आए
मोहब्बत कोई मजबूरी नहीं है
- मज़हर इमाम
कभी मजबूर कर देना कभी मजबूर हो जाना
यही तेरा वतीरा है यही तेरी सियासत है
- ग़ुलाम हुसैन साजिद
एक ही शख़्स को चाहो सदा
ये कैसी मजबूरी है
- बिल्क़ीस ख़ान
हम अपना ग़म भूल गए
आज किसे देखा मजबूर
- नासिर काज़मी
इलाज ये है कि मजबूर कर दिया जाऊं
वगरना यूं तो किसी की नहीं सुनी मैं ने
- जौन एलिया
No comments:
Post a Comment