थे लोग बहुत जाने पहचाने कम न थे
थी रौनकें बाजार में गलियां भरी भरी
आपस में एक दूजे से अनजाने हम न थे
मिलते थे गर्मजोशी से बाहें उछाल कर
अपने भी दोस्तों में दीवाने कम न थे
होती थी चाय घरों में बेबाक गुफ्तगू
हम सबके अपने अपने अफसाने कम न थे
यूँ बोलती सी लगती थी ये ज़िन्दगी कभी
गो पहले भी ये जंगल औ' वीराने कम न थे
छुपते भी नहीं सामने आते भी नहीं वो
छुपने के लिए हालांकि तहखाने कम न थे
इंसानियत के रिश्तों में फिर से दरार है
पहले से ही दुनिया में ये खाने कम न थे
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