Saturday, February 23, 2019

अपूर्ण

Mai waqt ban jaun
Tu ban jana koi lamha
Mai tujhme guzaar jaun
Tu mujhme guzar jana...

कर दे नज़रे करम मुझ पर,
मैं तुझपे ऐतबार कर दूँ,
दीवानी हूँ तेरी ऐसी ,
कि दीवानगी की हद को पर कर दूँ.

Kar de najre karam mujh par
Mai tujhpe aitbaar kar dun
Deewani hun teri aisi
Ki deewangi ki hadd par kar dun..

मिलने आएँगे ख्वाबों में

मिलने आयेंगे ख़्वाबों में,
जरा रोशनी के दिए बुझा दीजिये,
अब और नहीं होता इंतज़ार मुलाक़ात का,
अपनी आँखों के पलके गिरा दीजिये!

मोहब्बत से किनारा

तजुर्बा कहता है मोहब्बत से किनारा कर लूं,
दिल कहता है कि ये तजुर्बा दोबारा कर लूं!

चाँद से इश्क़

कितना भी कर ले, चाँद से इश्क,
रात के मुक़द्दर मे, अँधियारे ही लिखे हैं!

इजहार ए मोहब्बत

आरजू ये है कि इज़हार-ए-मोहब्बत कर दें,
अल्फाज़ चुनते है तो लम्हात बदल जाते हैं।

होश नहीं

रात गुमसुम हैं मगर चाँद खामोश नहीं,
कैसे कह दूँ फिर आज मुझे होश नहीं
ऐसे डूबा तेरी आँखों के गहराई में आज
हाथ में जाम हैं, मगर पीने का होश नहीं!

तहजीब

तहजीब की मिसाल गरीबों के घर पे है, 
दुपट्टा फटा हुआ है मगर सर पे है।

रात के मुकद्दर में

कितना भी कर ले, चाँद से इश्क,
रात के मुक़द्दर मे, अँधियारे ही लिखे हैं!

सुकून

सुकुन मिलता है दो लफ्ज कागज पे उतार कर,
चीख भी लेता हूँ और आवाज भी नही होती!

छलक जाने दो

मैखाने भी क्या याद रखेंगे,
आज छलक जाने दो पैमाने!
कि आया था कोई दिवाना,
अपनी मोहब्बत को भुलाने!

हुनर बोलते हैं

परिन्दो को मिलेगी मन्जिल यकीनन,
ये परवाज़ करते उनके पन्ख बोलते हैं।
वो लोग रहते हैं खामोश अक्सर ,
जमाने में जिनके हुनर बोलते हैं।।

जिंदगी के मायने

ये लकीरें, ये नसीब, ये किस्मत,
सब फरेब के आईनें हैं!
हाथों में तेरा हाथ होने से ही,
मुकम्मल जिंदगी के मायने हैं!

उदास हूँ

ग़म हूँ, दर्द हूँ, साज़ हूँ, या आवाज़ हूँ,
बस जो भी हूँ तुम बिन बहुत उदास हूँ।

अल्फाज नये

फिर से तेरी महफिल में चला आया हूँ,
अंदाज़ वही है, अल्फाज नए लाया हूँ!

अपना बनाए तो कैसे

नज़र से नज़र को मिलायें,भी तो कैसे,
तुम ही कहो कि तुम्हें भूल जायें तो कैसे ।
तेरे इश्क में डूबने का क्या मजा है,न पूछो,
सोचते हैं तुम्हें अपना बनायें, तो कैसे!

हक़ से तुम्हें

चलो आज मांग लेते हैं, हक़ से हम तुम्हें,
देखते हैं, हक़-ए-बन्दगी में, कशिश​ कितनी है!

फिर से तोड़ दोगे

इस बार क्या करोगे, फिर छोड़ दोगे,
पिछली बार कहा था अब के जोड़ दोगे!
अब तक सहमा हुआ है दिल बेचारा,
दिल है ना कोई नायाब, फिर से तोड़ दोगे!

सिकन्दर हूँ मैं

नज़र में शोखियां, लब पर मोहब्बत का तराना है,
मेरी उम्मीद की जद में अभी, सारा ज़माना है!
कई जीते हैं दिल के देश, पर मालूम है मुझको!
सिकन्दर हूं मुझे एक रोज, खाली हाथ जाना है!

सब्र रखना

बुलन्दी की उड़ान पर हो तो ज़रा सब्र रखना,
परिंदे बताते है कि आसमान में ठिकाने नही होते!

Rahat Indori


यकीन किया तो ये जाना, यकीन में क्या क्या है,
ये आसमान से पूछो जरा, जमीन में क्या क्या है!
तुम्हारे हाथ का गुलदस्ता आ रहा है नज़र,
मगर पता तो चले, आस्तीन में क्या क्या है!

बादशाहो से भी फेंके सिक्के ना लिए हमने,
खैरात भी मांगी हैं तो खुददारी से!

फक़ीर, शेख, कलन्दर, इमाम, क्या-क्या है,
तुझे पता नहीं तेरा गुलाम क्या क्या है!

सफ़र की हद है वहाँ तक कि कुछ निशान रहे
चले चलो के जहाँ तक ये आसमान रहे

ये क्या उठाये क़दम और आ गई मन्ज़िल
मज़ा तो जब है के पैरों में कुछ थकान रहे!

उसकी कत्थई आंखों में हैं जंतर मंतर सब
चाक़ू वाक़ू, छुरियां वुरियां, ख़ंजर वंजर सब

जिस दिन से तुम रूठीं,मुझ से, रूठे रूठे हैं
चादर वादर, तकिया वकिया, बिस्तर विस्तर सब

मुझसे बिछड़ कर, वह भी कहां अब पहले जैसी है
फीके पड़ गए कपड़े वपड़े, ज़ेवर वेवर सब

राहत इंदौरी

अनमोल

दिल की कोई किमत नही, ये बड़ा अनमोल है,
थोड़ा सा प्यार दिखा दो, हम यूँ ही हार बैठेंगे ।

भी सस्ते ना थे

मिट्टी के खिलौने भी सस्ते ना थे मेले में
घर आके बहुत रोये माँ-बाप अकेले में.

Thursday, February 21, 2019

लज्जत

उल्फ़त में बराबर है वफ़ा हो कि जफ़ा हो,
हर बात में लज़्ज़त है अगर दिल में मज़ा हो!

ख़ुदा हो गया

वफ़ा जिस से की बेवफ़ा हो गया,
जिसे बुत बनाया ख़ुदा हो गया!

Wednesday, February 20, 2019

इतना पिलाओ

साकी! इतना पिलाओ,"हम मस्त रहें मस्ती में",
कुछ तो लोग हंसेगे हम पर 'गम' भरी बस्ती में ।

यारों ने पिलाई

पीते थे हम, उसने/तुमने छुड़ाई अपनी कसम देकर,

महफ़िल में गए थे हम, यारों ने पिलाई उसकी/तुम्हारी कसम देकर!

तेरे नाम से

मयख़ाने से, शराब से, साक़ी से, जाम से,
अपनी तो ज़िन्दगी शुरू होती है शाम से!
आ मेरा हाथ थाम बहुत हो गया नशा,
यारों ने मय पिला दी बहुत तेरे नाम से!

खूबसूरत जाल

इजाजत हो अगर तो पूछ लूँ मैं तेरी ज़ुल्फ़ों से,
सुना है ज़िंदगी एक खूबसूरत जाल है साकी!!

न पीने वाले भी

जब से मेरे बाग़ में अंगूर के दाने लगे,
मुझ को दुनिया में ही जन्नत के मज़े आने लगे!
मय-कशों ने ही नहीं ढूँढा मेरे घर का पता,
न पीने वाले भी मुझे अब याद फ़रमाने लगे!

शराब पीते नहीं

सुबू में अक्स-ए-रुख़-ए-माहताब देखते हैं,
शराब पीते नहीं, हम शराब देखते हैं!

सुबू - शराब का बर्तन

कभी देखेंगे

कभी देखेंगे ऐ जाम तुझे होठों से लगाकर, 
तू मुझमें उतरता है कि मैं तुझमें उतरता हूँ।

दूरियाँ बढ़ गई है

माना कि तुझसे दूरियां कुछ बढ़ सी गई हैं,
पर तेरे हिस्से का वक्त आज भी तन्हा ही गुजरता है!

काश

काश तेरी यादों के भी शाम होते,
कम से कम सुबह तक बेफिक्र सोते!

Tuesday, February 19, 2019

चले आओ

दिया ख़ामोश है लेकिन किसी का दिल तो जलता है,
चले आओ जहाँ तक रौशनी मा'लूम होती है!

Monday, February 18, 2019

खो दिया तुमको

खो दिया तुमको तो हम पूछते फिरते हैं यही,
जिस की तक़दीर बिगड़ जाए वो करता क्या है?

Friday, February 15, 2019

कितना मिला है

सब को गिला है,
बहुत कम मिला है,
जरा सोचिए आप जितना,
कितनों को मिला है?

Thursday, February 14, 2019

हसीन जुल्फ

बिखरती है हसीं जुल्फ, तो बिखर जाने दो,
रंगीन वक़्त को और सँवर जाने दो!
बाकी न रहे सुबह का खटका कोई,
ऐसी एक 💞शाम तो गुजर जाने दो!

Wednesday, February 13, 2019

Kiss, चुम्बन, बोसा, लब Shayari

बहुत हुआ यूँ लफ़्ज़ों में ये इश्क़,
चलो इश्क़ लबों से बयां करते है!

नैना थे कहां आपके इतने शराबी पहले,
चेहरा था कहां आपका इतना किताबी पहले!
आइना तो ज़रा देखिए लबों को चूमने के बाद,
क्या होंठ थे आपके इतने गुलाबी पहले!!
💋

उन्होंने रुखसार पे अपने लबों के निशान छोड़ दिये,
हमने माँगी थी, मोहब्बत की निशानी उनसे!

Unhoney Rukhsar Pey Apney Labon k Nishaan Chor Diye, Humney Mangi Thi Muhabbat Ki Nishani Unsey.

उन के होंठो को देखा तब एक बात उठी ज़हन में,
वो लफ्ज़ कितने नशीले होंगे जो इनसे हो कर गुज़रते है।।

मैने कहा तीखी मिरची हो तूम,
वो होंठ चूम कर बोली और अब?

सिर्फ एक बार चूमा था, मेहबूब के होठों को,
लोगो ने बस्ती से निकाल दिया, शराब पीने के इल्ज़ाम में।

उसके होठों को चूमा तो ये एहसास हुआ, कि सिर्फ़ पानी ही ज़रुरी नहीं प्यास बुझाने के लिए।

रिश्ते मेरे

एक लाजबाब बात जो पेड़ ने नहीं,
रोज गिरते हैं पत्ते मेरे,
फिर भी हवाओं से नहीं बदलते,
रिश्ते मेरे!

Tuesday, February 12, 2019

आ गले लग जा

कोई कहे इससे जादू की झप्पी,
कोई कहे इसे प्यार.
मौका है खूबसूरत,
आ गले लग जा यार!
Happy Hug Day 💞

सीने में उतर जाने दो

अपनी बांहों में मुझे बिखर जाने दो,
सांसों से अपनी मुझे महक जाने दो।
दिल बेचैन है कबसे इस प्यार के लिए,
आज तो सीने में अपने मुझे उतर जाने दो।

Happy Hug Day 💖

नये साल में

लोग नये साल में, बहुत कुछ नया मांगेगे,
पर मुझे तो, वही तुम्हारा पुराना साथ चाहिए |

Monday, February 11, 2019

हाथ की लकीर

इस तरह गौर से मत देख मेरा हाथ ऐ दोस्त,
इन लकीरों में हसरतों के शिवा कुछ भी नहीं।

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उसने देखा ही नहीं, अपनी हथेली को कभी,
उसमे हलकी सी लकीर मेरी भी थी।

Thursday, February 7, 2019

मोहब्बत की शुरुआत

मेरा हर ख्वाब आज हकीकत की बात बन जाये,
तुम्हारे साथ बीते जिन्दगी, कुछ ऐसे हालात बन जाये।
हम लाए लाखो में एक गुलाब 🌹तुम्हारे लिए,
काश ये गुलाब महोब्बत की, शुरुआत बन जाये।।

Wednesday, February 6, 2019

इंसान हो जाएँ

ये सहारा जो नहीं हो तो परेशां हो जाएँ,
मुश्किलें जान ही ले लें, अगर आसान हो जाएँ।
ये जो कुछ लोग फरिश्तों से बने फिरते हैं,
मेरे हत्थे कभी चढ़ जाएँ, तो इंसान हो जाएँ।।

-Rahat Indori
 

Friday, February 1, 2019

यादें सुहानी

दिन बीत जाते हैं यादें सुहानी बनकर,
बातें रह जाती हैं कहानी बनकर!
पर तुम तो हमेशा दिल के करीब रहोगी ,
कभी मुस्कान, तो कभी आखों का पानी बन कर!!