दिल में न हो जुरअत तो मोहब्बत नहीं मिलती,
ख़ैरात में इतनी बड़ी दौलत नहीं मिलती!
कुछ लोग यूँही शहर में हम से भी ख़फ़ा हैं,
हर एक से अपनी भी तबीअ'त नहीं मिलती!
#निदा_फ़ाज़ली
आशु तो कुछ भी नहीं आसूँ के सिवा, जाने क्यों लोग इसे पलकों पे बैठा लेते हैं।
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