Thursday, December 12, 2019

बर्बाद गुलिस्ताँ करने को बस एक ही उल्लू काफ़ी था

बर्बाद गुलिस्ताँ करने को बस एक ही उल्लू काफ़ी था
हर शाख़ पे उल्लू बैठा है अंजाम-ए-गुलिस्ताँ क्या होगा

~शौक़ बहराइची

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