एक तबस्सुम से जवाब
इस तरह गर्दिश-ए-दौराँ को..
रुलाया मैंने 😊
~ फ़ानी बदायुनी
(तबस्सुम = Smile, मुस्कुराहट; गर्दिश-ए-दौराँ = Ups & Downs, Difficult times of life, ज़िंदगी का मुश्किल समय)
आशु तो कुछ भी नहीं आसूँ के सिवा, जाने क्यों लोग इसे पलकों पे बैठा लेते हैं।
No comments:
Post a Comment