यकीन किया तो ये जाना, यकीन में क्या क्या है,
ये आसमान से पूछो जरा, जमीन में क्या क्या है!
तुम्हारे हाथ का गुलदस्ता आ रहा है नज़र,
मगर पता तो चले, आस्तीन में क्या क्या है!
ये आसमान से पूछो जरा, जमीन में क्या क्या है!
तुम्हारे हाथ का गुलदस्ता आ रहा है नज़र,
मगर पता तो चले, आस्तीन में क्या क्या है!
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