पलकों में आँसु और दिल में दर्द
सोया है,
हँसने वालो को क्या पता, रोने वाला किस कदर रोया है,
ये तो बस वही जान सकता है तनहाई का आलम,
जिसने जिन्दगी में किसी को पाने से पहले खोया है!
हँसने वालो को क्या पता, रोने वाला किस कदर रोया है,
ये तो बस वही जान सकता है तनहाई का आलम,
जिसने जिन्दगी में किसी को पाने से पहले खोया है!
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