Monday, November 11, 2019

कि मुझे कोई तमन्ना ना रहे

रूह आज़ाद हो, मजबूर-ए-तक़ाज़ा ना रहे, 
है तमन्ना...के मुझे कोई तमन्ना ना रहे! 

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