Friday, October 18, 2019

इक चाँद फ़लक पर निकला हो

ऐ काश हमारी क़िस्मत में
ऐसी भी कोई शाम आ जाए 
इक चाँद फ़लक पर निकला हो
इक चाँद सर-ए-बाम आ जाए! 

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