इश्क़ है तो इश्क़ का इज़हार होना चाहिए
आप को चेहरे से भी बीमार होना चाहिए
- मुनव्वर राना
किस से इज़हार-ए-मुद्दआ कीजे
आप मिलते नहीं हैं क्या कीजे
- जौन एलिया
तुझ से किस तरह मैं इज़्हार-ए-तमन्ना करता
लफ़्ज़ सूझा तो मुआ'नी ने बग़ावत कर दी
- अहमद नदीम क़ासमी
कुछ समझ में नहीं आता कि ये क्या है 'हसरत'
उन से मिल कर भी न इज़हार-ए-तमन्ना करना
- हसरत मोहानी
अल्फ़ाज़ कहाँ से लाऊँ छाले की टपक को समझाऊँ
इज़हार-ए-मोहब्बत करते हो एहसास-ए-मोहब्बत क्या जानो
- आले रज़ा रज़ा
लिख दिया अपने दर पे किसी ने इस जगह प्यार करना मना है
प्यार अगर हो भी जाए किसी को उस का इज़हार करना मना है
- क़तील शिफ़ाई
क्या उस से गिला कीजिए बर्बादी-ए-दिल का
हम से भी तो इज़्हार-ए-तमन्ना नहीं होता
- अहमद मुश्ताक़
मुझ से नफ़रत है अगर उस को तो इज़हार करे
कब मैं कहता हूँ मुझे प्यार ही करता जाए
- इफ़्तिख़ार नसीम
दिल पे कुछ और गुज़रती है मगर क्या कीजे
लफ़्ज़ कुछ और ही इज़हार किए जाते हैं
- जलील ’आली’
अपनी शिकायतें न सही तेरा ग़म सही
इज़हार-ए-दास्ताँ का कोई सिलसिला तो है
- जमील मलिक
कुछ समझ में नहीं आता कि ये क्या है 'हसरत'
उन से मिल कर भी न इज़हार-ए-तमन्ना करना
- हसरत मोहानी
वाक़िफ़ हैं ख़ूब आप के तर्ज़-ए-जफ़ा से हम
इज़हार-ए-इल्तिफ़ात की ज़हमत न कीजिए
- हसरत मोहानी
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