कुछ अशआर,
# रूठ जाने के बाद गलती चाहे जिसकी भी हो,
बात शुरू वही करता है,जो बेपनाह मोहब्बत करता है,,
# खुद को हर बार झुका लेते थे
हम उन्हें ख़ुश करने के लिए,
अब हर बार वो समझते हैं
गलती हमारी ही है,,
# कभी कभी यूं ही चले आया करो दिल की दहलीज पर,
अच्छा लगता है,
यूं तन्हाईयों में तुम्हारा दस्तक देना,
# बदल गया वक्त,बदल गयी बातें,बदल गयी मोहब्बत,
कुछ नहीं बदला तो वो इन आंखों में नमी और। तेरी कमी,,,
Tuesday, June 25, 2019
Xxxx
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment