उम्र के इस मोड़ पर आकर
क्यों उदास रहते हो
जिंदगी को क्यों नीरस बनाते हो
इन अँधेरों से बाहर निकलो।
एक बार फिर से उमंगों को
मन में जगाओ
जिंदगी को फिर से जीने का
इक का नया अंदाज़ बनाओ।
जिंदगी के
खुशनुमा लम्हों की बातें करो,
जिंदगी को फिर से
रोमांटिक बनाने की कोशिश करो।
दिल में
एक चाहत फिर से उठने लगी है,
चहकने की
आरज़ू दिल को फिर से होने लगी है।
आज झाँक कर
खुशियों को याद करती हूँ,
आज दिल को फिर उन
लम्हों में जीने की चाहत होने लगी है।
उत्साहित होकर अपने आस-पास
मैं नजरों को दौड़ाती हूं,
अपने आस-पास की
दुनिया में अब खो जाती हूं।
अब मन करता है
खो जाऊँ पुरानी यादों में अपने आप में,
उस संगीत की
धुन में जो हम सब को भाती है।
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