Thursday, October 5, 2023

क्या कही कुछ खो गया है कुछ नही

अपना अपना रास्ता है कुछ नही,

क्या भला है क्या बुरा है कुछ नही ! 


जुस्तजू है एक मुसलसल जुस्तजू,

क्या कही कुछ खो गया है कुछ नही ! 

मोहर मेरे नाम की हर शय पे है,

मेरे घर मे मेरा क्या है कुछ नही ! 


कहने वाले अपनी अपनी कह गए,

मुझसे पुछ क्या सुना है कुछ नही !


कोई दरवाजे पे है तो क्या हुआ,

आप से कुछ मांगता है कुछ नही !! 


(अख्तर नाझमी )

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